- by Parth Kumar
- Aug, 01, 2025 08:48
हर साल 15 अगस्त को भारत अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। यह दिन हमें 1947 में मिली आज़ादी की याद दिलाता है, जब वर्षों की गुलामी के बाद भारत ब्रिटिश हुकूमत से आज़ाद हुआ था। यह सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि हमारी आत्मा में रची-बसी आज़ादी की भावना का उत्सव है।
साल 2025 में भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह अवसर हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हमने इन 79 वर्षों में क्या खोया, क्या पाया और देश को किस दिशा में आगे बढ़ाया। आज़ादी का यह दिन केवल सरकारी छुट्टी नहीं, बल्कि हर भारतीय के दिल का उत्सव है।
हर वर्ष की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नई दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से तिरंगा फहराएंगे। इसके बाद उनका देश के नाम संबोधन होगा, जिसमें वे सरकार की उपलब्धियों, योजनाओं और भविष्य की दिशा की बात करेंगे। यह भाषण करोड़ों देशवासियों को प्रेरणा और विश्वास का संदेश देता है।
देशभर में स्कूल, कॉलेज, पंचायत भवन, नगर निगम और सोसाइटी में झंडारोहण, देशभक्ति गीत, नाटक, भाषण, कविता पाठ जैसे कार्यक्रम आयोजित होते हैं। बच्चों और युवाओं में देशभक्ति की भावना इसी तरह से पनपती है।
इस दिन गांवों से लेकर महानगरों तक हर कोना तिरंगे के रंग में रंगा होता है। हर भारतीय इस दिन को पूरे उत्साह और गर्व से मनाता है। चाहे खेतों में काम करता किसान हो, फैक्ट्री में काम करता मजदूर हो या ऑफिस में बैठा कर्मचारी – हर व्यक्ति एक स्वर में कहता है, "जय हिंद।"
आज़ादी के 79 वर्षों में भारत की महिलाएं भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ी हैं। शिक्षा, विज्ञान, खेल, राजनीति से लेकर आर्मी तक में उनकी भागीदारी देश की प्रगति का प्रमाण है। स्वतंत्रता दिवस पर कई जगहों पर उन्हें सम्मानित भी किया जाता है।
देशभर में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए जाते हैं। लाल किले सहित सभी प्रमुख स्थानों पर विशेष निगरानी होती है। यातायात की व्यवस्थाएं बदली जाती हैं ताकि कोई अव्यवस्था न हो और कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हों।
यह दिन युवाओं को अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। सोशल मीडिया पर देशभक्ति से जुड़ी पोस्ट, वीडियो और संदेश वायरल होते हैं। लेकिन सच्ची देशभक्ति तब होती है जब युवा पढ़ाई, रोजगार और समाज सेवा में ईमानदारी से आगे बढ़ें और देश को आगे ले जाएं।